बलिया: नागाजी स. वि. मं. में स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी की पुण्यतिथि पर अर्पित की गयी श्रद्धांजलि

बता दें कि स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का निधन 26 फरवरी 1966 को हुआ था। उन्होंने हिंदू धर्म और हिंदू आस्था से अलग, राजनीतिक ‘हिंदुत्व’ की स्थापना की थी, जिसके बाद उन्हें वीर सावरकर के नाम से भी जाना जाता था। प्रमुख स्वतंत्रा सेनानियों में एक विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 में हुआ था। उन्होंने शिवाजी हाईस्कूल नासिक से 1901 में मैट्रिक की परीक्षा पास की। बचपन से ही वे मेधावी थे। बचपन में उन्होंने कुछ कविताएं भी लिखी थीं।सावरकर हिंदू धर्म के कट्टर समर्थक थे परंतु वो जाति व्यवस्था के विरोधी थे। यहां तक कि गाय की पूजा को उन्होंने नकार दिया और गौ पूजन को अंधविश्वास करार दिया था।
सावरकर अंग्रेजों के साथ-साथ विदेशों से आई वस्तुओं के भी विरोधी थे। उन्होंने भारत में अभिनव भारत सोसाइटी नाम के छात्र संगठन और इंग्लैंड में फ्री इंडिया सोसाइटी का गठन किया। साल 1857 की क्रांति पर उन्होंने 'द इंडियन वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस' किताब लिखी, जिसमें उन्होंने गुर्रिला वार स्टाइल का उल्लेख किया।