इटावा : सरस्वती इंटर कॉलेज मोतीझील में मनाई गई कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती

विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री भारत सिंह जी ने कहा कि सर्वप्रथम हम सभी हिंदी कहानी के सम्राट को जन्मदिन पर सादर नमन करते हैं। प्रेमचंद जी ने सौ वर्षों पहले जो लिखा था वो आज तक जीवित है, और परिस्थितियां आज भी वही की वही है। आज भी सृष्टि वरदान देती हैं,रंगभूमि पर कर्मभूमि का शंखनाद होता हैं। आज भी नमक का दरोगा रिश्वत का बहिष्कार करता है, आज भी निर्मला मंगलसूत्र और आभूषण पहनती हैं, इस पंच परमेश्वर ( प्रेमचंद) लेखक की प्रेरणा हमें आज भी जीवित किए हुए हैं। इनके प्रेम मंजुसा , मानसरोवर में सेवासदन का अनुभव गुल्ली डंडा खेलती हुई, पशु से मनुष्य जैसा कायाकल्प की मनोवृति देती हैं। कार्यक्रम में सभी आचार्य बंधु उपस्थित रहे कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ में हुआ।