महाराणा प्रताप जी के पिता थे राणा उदय सिंह जी : बांके बिहारी पांडे

प्रयागराज l विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज, राजापुर, प्रयागराज के संगीताचार्य एवं मीडिया प्रभारी मनोज गुप्ता की सूचनानुसार विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमान बांके बिहारी पांडे जी ने राणा सांगा जी के सुपुत्र एवं मेवाड़ साम्राज्य के शासक, उदयपुर शहर के संस्थापक तथा महा पराक्रमी महाराणा प्रताप जी के पिता राणा उदयसिंह जी की जयंती पर विद्यालय परिवार सहित शत-शत नमन किया l
उन्होंने बताया कि उदयसिंह का जन्म चित्तौड़गढ़ में 4 अगस्त 1522 में हुआ था । इनके पिता महाराणा सांगा के निधन के बाद रतन सिंह द्वितीय को नया शासक नियुक्त किया गया। रत्न सिंह ने 1531 में शासन किया था। राणा विक्रमादित्य सिंह के शासनकाल के दौरान तुर्की के सुल्तान गुजरात के बहादुर शाह ने चित्तौड़गढ़ पर 1534 में हमला कर दिया था, इस कारण उदयसिंह को बूंदी भेज दिया था ताकि उदयसिंह सुरक्षित रह सके।
1537 में बनवीर ने विक्रमादित्य का गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके बाद उन्होंने उदयसिंह को भी मारने का प्रयास किया लेकिन उदयसिंह की धाय (nurse) पन्ना धाय ने उदयसिंह को बचाने के लिए अपने पुत्र चन्दन का बलिदान दे दिया था इस कारण उदयसिंह ज़िंदा रह सके थे ,पन्ना धाय ने यह जानकारी किसी को नहीं दी थी कि बनवीर ने जिसको मारा है वो उदयसिंह नहीं बल्कि उनका पुत्र चन्दन था। इसके बाद पन्ना धाय बूंदी में रहने लगी। लेकिन उदयसिंह को आने जाने और मिलने की अनुमति नहीं दी।और उदयसिंह को खुफिया तरीक से कुम्भलगढ़ में 2 सालों तक रहना पड़ा था।
शत शत नमन करने वालों में रमेश चंद्र मिश्रा, जटाशंकर तिवारी, शिव नाराsयण सिंह, कामाख्या प्रसाद दुबे, आनंद कुमार, दिनेश कुमार शुक्ला, सत्य प्रकाश पांडे प्रथम, अवधेश कुमार, वकील प्रसाद, वाचस्पति चौबे, सुनील कुमार, शशी कपूर गुप्ता, प्रेम सागर मिश्रा, प्रभात कुमार शर्मा, मनोज कुमार गुप्ता, दीपक दयाल, रमेश चंद्र अग्रहरि, सत्य प्रकाश पांडे द्वितीय, कपिल देव सिंह, वंशराज यादव, विमल चंद दुबे एवं विभु श्रीवास्तव सहित पूरा विद्यालय परिवार शामिल रहा।